आगरा किला यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध है और यह भारत के समृद्ध इतिहास का जीता-जागता उदाहरण है। किला सिर्फ एक रक्षात्मक ढांचा नहीं था, बल्कि यह मुगल शासकों के मुख्य आवास और प्रशासनिक केंद्र के रूप में भी काम करता था। इसके अंदर से ताजमहल का नज़ारा भी देखा जा सकता है, जो शाहजहाँ की दृष्टि से एक भावुक स्मृति थी, जिन्हें अपने अंतिम दिनों में यहीं कैद कर दिया गया था।
आगरा का किला भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर है। यह किला यमुना नदी के तट पर स्थित है और मुगल साम्राज्य की भव्यता और शानो-शौकत का प्रतीक है। इसका निर्माण सम्राट अकबर ने 16वीं शताब्दी में शुरू कराया था और बाद में उनके उत्तराधिकारियों द्वारा इसमें कई बदलाव और विस्तार किए गए।
इतिहास
आगरा का किला मूल रूप से एक ईंट का किला था जिसे 11वीं शताब्दी में राजपूतों ने बनवाया था। लेकिन 1558 में जब अकबर ने इसे अपने नियंत्रण में लिया, तो उन्होंने इसे लाल बलुआ पत्थर से दोबारा बनवाया। किले की दीवारें लगभग 2.5 किलोमीटर लंबी हैं और इसकी चार प्रमुख द्वार हैं, जिनमें से दिल्ली गेट और लाहौर गेट (जिसे अमर सिंह गेट भी कहा जाता है) प्रमुख हैं।
वास्तुकला
किला मुगल वास्तुकला की बेमिसाल मिसाल है। इसके अंदर कई भव्य महल, मस्जिदें और उद्यान हैं, जैसे कि जहाँगीरी महल, खास महल, शीश महल, और दीवान-ए-खास। दीवान-ए-आम वह स्थान था जहां सम्राट आम जनता से मिलते थे और उनकी समस्याएं सुनते थे। शीश महल अपनी दीवारों पर लगे दर्पणों के लिए प्रसिद्ध है, जो मोमबत्तियों की रोशनी में चमकते थे और किले को विशेष रूप से खूबसूरत बनाते थे।
आगरा का किला इतिहास प्रेमियों, पर्यटकों और वास्तुकला के छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है।