धुआंधार जलप्रपात, मध्य प्रदेश के जबलपुर के पास स्थित एक अद्भुत प्राकृतिक आकर्षण है, जो अपनी धुआंधार धारा और संगमरमर की चट्टानों के लिए प्रसिद्ध है। इस जलप्रपात का नाम "धुआं" और "धार" शब्दों से लिया गया है, क्योंकि जब नर्मदा नदी लगभग 30 मीटर (98 फीट) की ऊंचाई से गिरती है, तो उससे उठने वाली धुंध का दृश्य धुएं जैसा प्रतीत होता है। जलप्रपात की गर्जन भरी आवाज और पानी के पत्थरों पर गिरने से उठती धुंध इस स्थान को रहस्यमय और आकर्षक बनाती है।
धुआंधार जलप्रपात के चारों ओर फैली संगमरमर की चट्टानें इस स्थान की प्राकृतिक सुंदरता को और भी बढ़ाती हैं। इन संगमरमर की चट्टानों की खासियत यह है कि यह दिन के अलग-अलग समय में अपना रंग बदलती हैं, खासकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय। यहां भेड़ाघाट में संगमरमर की चट्टानों के बीच नाव की सवारी पर्यटकों के लिए एक अनोखा अनुभव होता है, जो इस अद्भुत दृश्य का नजदीकी से आनंद लेने का मौका देता है।
एक अन्य प्रमुख आकर्षण केबल कार है, जो आपको जलप्रपात और संगमरमर की घाटी का हवाई दृश्य प्रदान करती है। ऊपर से देखा गया नर्मदा नदी का गिरता हुआ पानी और सफेद धुंध का नजारा अद्वितीय होता है।
धुआंधार जलप्रपात विशेष रूप से शरद पूर्णिमा के समय प्रसिद्ध होता है, जब यहां बड़ी संख्या में लोग एकत्र होते हैं और इस प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेते हैं। यह जलप्रपात अपनी आध्यात्मिक और प्राकृतिक महत्ता के कारण पर्यटकों, फोटोग्राफरों और तीर्थयात्रियों के बीच खास स्थान रखता है।