When - 1st August
Where -
All over India
नाग पंचमी एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो सर्प देवताओं, जिन्हें नाग देवता के नाम से जाना जाता है, की पूजा के लिए समर्पित है। यह त्योहार हिंदू महीने श्रावण (जुलाई-अगस्त) के शुक्ल पक्ष की पंचमी (पांचवें दिन) को मनाया जाता है और इसका सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व है। 2025 में, नाग पंचमी शुक्रवार, 1 अगस्त को मनाई जाएगी।
सर्प देवताओं की पूजा:
नाग पंचमी अनंत, वासुकी और शेष नाग जैसे सर्प देवताओं को समर्पित है, जिन्हें सुरक्षा, समृद्धि और आशीर्वाद देने वाला माना जाता है।
पौराणिक संबंध:
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, सर्प भगवान शिव से जुड़े हैं, जो उन्हें आभूषण के रूप में धारण करते हैं, और भगवान विष्णु, जो शेष नाग पर विश्राम करते हैं।
कृषि महत्व:
सांपों को फसलों का रक्षक माना जाता है, क्योंकि वे कृंतकों की आबादी को नियंत्रित करते हैं। किसान अच्छी फसल के लिए आशीर्वाद पाने के लिए उनकी पूजा करते हैं।
सर्प मूर्ति पूजा:
भक्त चांदी, पत्थर या लकड़ी से बनी सर्प मूर्तियों या चित्रों की पूजा करते हैं। वे सर्प देवताओं को दूध, फूल और मिठाई अर्पित करते हैं।
सर्प मंदिरों की यात्रा:
कई लोग सर्प देवताओं को समर्पित मंदिरों, जैसे कर्नाटक का नागतीर्थ मंदिर या हरिद्वार का मनसा देवी मंदिर, की यात्रा करते हैं।
उपवास और प्रार्थना:
भक्त सांप के काटने और अन्य खतरों से सुरक्षा के लिए उपवास रखते हैं और प्रार्थना करते हैं।
सर्प चित्र बनाना:
कुछ क्षेत्रों में, लोग हल्दी, चंदन पेस्ट या गोबर का उपयोग करके दीवारों या फर्श पर सांपों के चित्र बनाते हैं।
चींटी के बिल में दूध चढ़ाना:
चूंकि माना जाता है कि सांप चींटी के बिल में रहते हैं, भक्त इन बिलों में दूध चढ़ाते हैं।
उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में, विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में, गुगा-नवमी को नाग पंचमी के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार गुगा पीर को समर्पित है, जो सर्प पूजा से जुड़े एक लोक देवता हैं। अनुष्ठानों में लोक गीत गाना, प्रार्थना करना और विशेष व्यंजन तैयार करना शामिल है।
आध्यात्मिक सुरक्षा: सर्प देवताओं की पूजा करने से सांप के काटने और अन्य खतरों से सुरक्षा मिलती है।
सांस्कृतिक विरासत: यह त्योहार प्राचीन परंपराओं को संरक्षित करता है और लोगों को उनकी जड़ों से जोड़ता है।
पर्यावरण जागरूकता: यह पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में सांपों के महत्व को उजागर करता है।
घर पर पूजा: सर्प मूर्ति या चित्र के साथ एक छोटा सा वेदी स्थापित करें और दूध, फूल और मिठाई अर्पित करें।
मंदिरों की यात्रा: सर्प देवताओं को समर्पित मंदिरों में अनुष्ठान और प्रार्थना में भाग लें।
सामुदायिक उत्सव: नाग पंचमी के लिए आयोजित स्थानीय कार्यक्रमों या सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल हों।
पर्यावरण-अनुकूल प्रथाएं: सांपों को नुकसान पहुंचाने से बचें और उनके संरक्षण को बढ़ावा दें।
When - 14th April
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